काशीपुर राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग परिषद् के तत्वावधान में हिंदी दिवस पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
गुरुवार को कॉलेज परिसर में प्राचार्य प्रो.(डॉ) विनोद प्रकाश अग्रवाल , उत्तराखंड मुक्त विवि हल्द्वानी के डॉ एसएन ओझा, विभाग प्रभारी डॉ. आदित्य कुमार मौर्य ने परिसर में अमलतास, ऑवला, बॉटल ब्रश, कनेर आदि के पौधे रोपे। प्राचार्य ने हिंदी दिवस की बधाई देते हुए अधिक से अधिक पौधे रोपित करने एवं उनकी नियमित रूप से देखभाल करते हुए संरक्षित करने का आह्वान किया। यहां डॉ. स्नेह लता, डॉ. विवेक कुमार केडिया, डॉ. राजेंद्र राजेन्द्र परिहार, डॉ. अवनींद्र रावत व एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर, वनस्पति विज्ञान की छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं। जनजीवन उत्थान समिति की ओर से हिंदी दिवस पर विचार गोष्ठी की गई। जिसमें समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा की भाषा ही संस्कार, संस्कृति व सामाजिक पहचान को इंगित करती है। भारत में सर्वाधिक हिंदी भाषी जनसंख्या है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने इसे केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा के रुप में मान्यता दी। कहा कि हिंदी का विकास इस समय देश व विश्व के लिए जरुरी है। यूपी हाईकोर्ट के अधिकांश न्यायमूर्ति बड़ी संख्या में हिंदी में निर्णय दे रहे हैं। गोष्ठी में भास्कर त्यागी एडवोकेट, सैयद आसिफ अली, देवांग मिश्रा आदि ने विचार रखे।
उदयराज हिन्दू इंटर कॉलेज प्रांगण में हिन्दी दिवस पर हिन्दी शिक्षक मनोज कुमार विश्नोई समेत वक्ताओं ने हिन्दी के उद्भभव और विकास के साथ साथ उसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रधानाचार्य बृजेश कुमार गुप्ता ने हिन्दी दिवस पर शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि हिन्दी भाषा विचारों की अभिव्यक्ति के उचित माध्यम के साथ साथ हमें सम्मान, स्वाभिमान और गौरवान्वित महसूस कराती है। हमारी भाषा हमारी संस्कृति और संस्कारों का प्रतिबिम्ब है ।हमें हिन्दी भाषा के प्रति सम्मान और जागरूकता को बढ़ावा देना चाहिए। संचालन मनोज विश्नोई ने किया। इस दौरान मेजर मुनीशकांत शर्मा रोशन लाल वर्मा जयदीप सिंह दिनेश चंद्र गोस्वामी पंकज कुमार अग्रवाल रमेश कुमार पांडेय कौशलेश गुप्ता रामचंद्र सिंह प्रेम प्रकाश रंजना चौहान नीलम सूंठा कल्पना नौडियाल पूनम चंयाल गुंजन सारिका समेत शिक्षक व छात्र मौजूद थे।