काशीपुर। वन रैंक वन पेंशन योजना में विसंगतियों को लेकर आज यहां पूर्व सैनिकों ने एक मार्च निकाला और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा रक्षा मंत्री के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार के माध्यम से भेजा।आज विजय पथ पूर्व सेनानी एकता समिति के तत्वावधान में भारी संख्या में पूर्व सैनिक यहां महाराणा प्रताप चौक पर इकट्ठा हुए और रामनगर रोड से एक मार्च निकालते हुए उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां एसडीएम के छुट्टी पर होने की वजह से तहसीलदार युसुफ अली को ज्ञापन सौंपा।मार्च के दौरान पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की साथ ही भारत माता की जय के नारे लगाए।मार्च का नेतृत्व कर रहे संगठन के अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत ने बताया कि केंद्र सरकार ने 23 दिसंबर 2022 को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर वन रैंक वन पेंशन योजना के बारे में जानकारी दी। जिसमें सरकार ने प्रावधान दिया है कि 1 जुलाई 2014 के बाद प्रीमेच्योर रिटायरमेंट हुए जवानों को वन रैंक वन पेंशन का लाभ नहीं दिया जाएगा। ऐसे में हमारी मांग है कि सभी जवानों को वन रैंक वन पेंशन योजना का लाभ दिया जाए।
वहीं सभी वीरांगनाओं, विधवाओं की पेंशन में बढ़ोतरी, केंद्र सरकार 7वें वेतन आयोग में जवानों के लिए 2.81 का फार्मूला लागू करें। सेना के जवानों की सर्विस पेंशन में भी बढ़ोतरी की जाए। इसके अलावा सेना के जवानों को सामान डिसेबिलिटी पेंशन दी जाए। सेना में बटमैन सिस्टम बंद हो और अंग्रेजों के जमाने के आर्मी रूल्स खत्म किए जाए।वक्ताओं ने कहा कि देश की सेवा करने वाले सैनिकों की मांगों को प्रधानमंत्री को सुनना चाहिए। वन रैंक पेंशन में जो टेबल बनाई गई है, उसके अंदर भी नायब सूबेदार, सूबेदार मेजर, आनरेरी लेफ्टिनेंट और कैप्टन को इस टेबल से बाहर रखा गया है। केन्द्र सरकार जवानों के साथ भेदभाव बंद करें।मार्च में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक पत्नियां भी नारेबाजी करते हुए शामिल थी। मार्च में शामिल पूर्व सैनिकों में ( सभी सेवानिवृत्त) सूबेदार मेजर त्रिलोक सिंह नेगी, कैप्टन बचन सिंह, कैप्टन जगमोहन, सूबेदार कुलबीर सिंह, सूबेदार होशियार सिंह, कैप्टन गजे सिंह, जगदीश चंद्र बौड़ाई, सूबेदार खीम सिंह, सूबेदार मेजर विक्रम सिंह रावत, सूबेदार मेजर चंद्र सिंह रावत, कैप्टन रणवीर सिंह, कैप्टन महीपाल सिंह, कैप्टन भवान सिंह रावत, हवलदार विक्रम सिंह, हवलदार दिलवर सिंह, सूबेदार मेजर अरविंद सिंह, श्रीमती सोनी देवी रावत, सुषमा देवी,कला देवी,बीना देवी, राधा रावत, रेखा रावत, गंगोत्री देवी, नीता थापा तथा पुष्पा देवी प्रमुख रहे।