हरियाणा के मेवात में कल यानी सोमवार को भगवा यात्रा के दौरान अचानक जिहादी झुंड ने पथराव करते हुए हमला कर दिया था दरअसल, हिंसा में 2 होमगार्ड जवानों और तीन नागरिक की हत्या कर दी गई। 60 से अधिक लोग घायल है। इस घायलों में दर्जनों पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस सहित बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा में शामिल लोगों के 30 से अधिक वाहनों को या तो तोड़ दिया गया है या जला दिया गया।
जानकारी के लिए बता दें कि
तनाव को देखते हुए नूहं, गुरुग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है। बता दें कि स्कूल-कॉलेजों के साथ-साथ इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है तो वहीं कर्फ्यू लगा दिया गया है। तो वहीं, दंगाइयों के बीच फंसे लोगों को बचाकर नूहं पुलिस लाइन लाया गया है वहीं, बचाये गए लोगों ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि हिंसा की साजिश कम-से-कम 6 महीना पहले से रची जा रही थी।
श्रद्धालुओं पर हमले के लिए AK 47 का इस्तेमाल किया गया था- पीड़ित हिंदुओं
वहीं, पीड़ित हिंदुओं ने बताया कि हिन्दुओं की पहली बस, जो मंदिर में जल चढ़ाकर गई, उसे 1 किलोमीटर बाद जला दिया गया उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद 14-15 और गाड़ियों को जलाया गया। पीड़ित हिंदुओं ने बताया कि मामले की जानकारी होने पर कुछ हिन्दू घटना के बारे में जानने गए तो उनके वाहनों को भी जला दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि उन पर हमले के लिए आतंकवादियों द्वारा AK 47 का इस्तेमाल किया गया था वहीं, एक अन्य पीड़ित ने कहा कि प्राचीन शिव मंदिर 3 तरफ से पहाड़ों से घिरा है तीनों तरफ से गोलियां चलीं।
मंदिर के अंदर करीब 7 घंटे तक फंसे रहे श्रद्धालु
तो वहीं आरोप है कि पुलिस पहुंचने के बाद जवाबी फायरिंग की, लेकिन पुलिस पर भी करीब एक घंटे तक गोलियां चल गई. वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि हमले के दौरान मंदिर में फंसे श्रद्धालुओं की संख्या 6 से 7 हजार के बीच थी बता दें कि पूरी बृजमंडल यात्रा में अनुमानित लोगों की तादाद करीब 25 हजार बताई गई है लोगों ने आगे बताया कि वो मंदिर के अंदर करीब 7 घंटे तक फंसे रहे।