नांदेड़ अस्पताल पहुंचकर शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल ने डीन डॉ. श्यामराव वाकोड़े ने कराया टॉयलेट साफ…

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महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के एक अस्पताल में 48 घंटे के अंदर 31 मरीजों की मौत के कारण मचे हंगामे के बीच शिवसेना (शिंदे) सांसद हेमंत पाटिल मंगलवार को वहां पहुंचे शिवसेना सांसद विष्णुपुरी स्थित इस अस्पताल के टॉयलेट्स की बेहद गंदी हालत देखकर भड़क गए ।उन्होंने मरीजों की मौत का एक बड़ा कारण साफ सफाई की कमी को भी बताया. सांसद ने डीन डॉक्टर को बुलाकर उन्होंने जमकर डांट लगाई और उनके हाथ में झाड़ू थमा दी. सांसद ने डीन को टॉयलेट की गंदगी साफ करने के लिए. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फोटो और वीडियो में डीन हाथ में झाड़ू लेकर गंदे टॉयलेट साफ करते हुए, जबकि सांसद खुद हाथ में पाइप लेकर गंदगी पर पानी फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान अस्पताल का अन्य स्टाफ भी सांसद के साथ खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है. सांसद ने अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कई वार्डो के टॉयलेट बंद मिलने पर भी नाराजगी जताई है।

महाराष्ट्र के नांदेड़ अस्पताल के डीन डॉ. श्यामराव वाकोड़े

31 की मौत, 70 से ज्यादा की हालत अब भी गंभीर

नांदेड़ के विष्णुपुरी स्थित शंकरराव चव्हाण सरकारी अस्पताल में भर्ती 31 मरीजों की 30 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच मौत होने से हंगामा मचा हुआ है. मरने वाले मरीजों में 12 नवजात शिशु भी शामिल हैं. सोमवार को ही 24 मरीजों की मौत हुई है. अस्पताल में भर्ती 70 से ज्यादा मरीजों की हालत अब भी गंभीर बताई जा रही है. मरीजों की मौत के लिए दवाइयों की कमी होने का दावा किया जा रहा है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने इससे इंकार किया है. प्रबंधन ने बयान में कहा है कि मरने वालों में 5 पुरुष और 7 महिला मरीज अपनी ‘आखिरी स्टेज’ पर अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. उधर, इतनी बड़ी संख्या में मरीजों की मौत के कारण विपक्षी दल सत्ताधारी भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) गुट पर हमलावर हैं. इसी कारण मंगलवार को शिवसेना (शिंदे) सांसद हेमंत पाटिल अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे।

हिंगोली सांसद हेमंत पाटिल ने नांदेड़ के जिस अस्पताल में मरीजों की मौत हुई, उस अस्पताल के डीन डॉ. श्यामराव वाकोड़े से अस्पताल का गंदा शौचालय साफ करवाया

सांसद ने कहा, बुरे हाल हैं अस्पताल के

सांसद ने बाद में मीडिया को बताया कि डीन के टॉयलेट ब्लॉक का निरीक्षण किया तो उन्हें बेहद गंदा पाया है. इन्हें कई महीनों से उपयोग नहीं किया गया था. इसके बाद बच्चों के ब्लॉक में गया तो वहां टॉयलेट बंद मिले, जबकि महिला ब्लॉक में टॉयलेट शराब की बोतलों से भरे हुए थे. अस्पताल की बिल्डिंग के चारों तरफ सूअर आदि जानवर घूम रहे थे, जिन्होंने बहुत सारी गंदगी फैला रखी थी. अस्पताल के बुरे हाल बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से डीन और अस्पताल के हेड ऑफ डिपार्टमेंट के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया है. बिना एक्शन के इस अस्पताल में कोई सुधार नहीं हो सकता है.

क्या है मामला:

केवल 48 घंटों में, महाराष्ट्र के नांदेड़ में स्थित एक सरकारी अस्पताल के परिसर में 31 से अधिक लोगों की दुखद मौत हो गई है। नवीनतम मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 2 अक्टूबर की देर रात शंकरराव चव्हाण सरकारी अस्पताल में अतिरिक्त सात व्यक्तियों की मौत हो गई, जिनमें चार छोटे बच्चे भी शामिल थे। इस विकास से नांदेड़ अस्पताल में मरने वालों की कुल संख्या 31 हो गई है। उल्लेखनीय रूप से, इन 31 रोगियों में से 16 शिशु या छोटे बच्चे थे।

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