दिल्ली: पहले टमाटर ने खाने को जायके को बिगाड़ दिया था, लेकिन अब वो संभल गया है लेकिव अब प्याज ने रुलाने की पूरी तैयारी कर रखी है। इसका असर अब बाजार में दिखना भी शुरु हो गया है। पिछले एक हफ्ते के अंदर प्याज की कीमत में करीब करीब 40 से 50 फीसदी का उछाल आया है। मतलब 30 से 40 रुपये किलो मिलने वाला प्याज अब कहीं 70 तो कहीं 80 को कहीं 100 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। लेकिन आपने कभी सोचा कि ऐसा क्यों? चलिए आपको इसका पूरा गणित बताते हैं।
प्याज क्यों हो गया महंगा?
प्याज बाजार में महंगा मिल रहा है, इसको लेकर लोगों को लगता है कि बाजार में काला बाजारी के लिए प्याज महंगे हुए हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल अपने देश में प्याज की खेती का रकबा 2 लाख हेक्टेयर कम हो गया है। जिसके कारण इसका असर प्याज के उत्पादन पर पड़ा। प्याज का वर्तमान उत्पादन 14,82000 मीट्रिक टन कम हो गया है। पिछले साल यानी 2022-23 में प्याज का उत्पादन 17,41000 हेक्टेयर में हुआ था, जबकि 2021-22 में 19,41000 हेक्टेयर में हुआ। मतलब बीते एक साल में प्याज की खेती के रकबे में 10 फीसदी की कमी आई।
2022-23 के दौरान 3 करोड़ 2 लाख 5 हजार मीट्रिक टन प्याज का उत्पादन हुआ, जबकि 2021-22 में 3 करोड़ 16 लाख 87 हजार मीट्रिक टन प्याज का उत्पादन हुआ था। इन आंकड़ों पर गौर करें तो एक साल के अंदर प्याज के उत्पादन में 5 फीसदी की गिरावट आई। प्याज का दाम बढ़ने का एक कारण है महाराष्ट्र में खरीफ सीजन के प्याज का करीब एक महीने लेट होना। मॉनसून की बारिश में देरी होने की वजह से अभी तक खरीफ सीजन का प्याज बाजार में नहीं उतर पाया है। ये एक कारण है प्याज के दाम में बढ़ोतरी होने का।