नई दिल्ली/देहरादून। अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव और आगामी चार धाम यात्रा देश में पर्यटन उद्योग के लिए एक नया मानक स्थापित करते हुए पर्यटन उद्योग को अपने क्षितिज तक पहुँचाएगी पर्यटन मंत्री उत्तराखंड सरकार सतपाल महाराज ने आज नई दिल्ली में आयोजित पर्यटन शिखर सम्मेलन में प्रतिभाग करते हुए ये बातें कही। शिखर सम्मेलन के दौरान उन्होंने उत्तराखंड में पर्यटन संबंधी अनेक गतिविधियों व योजनाओं के बारे में उपस्थित दर्शकों को अवगत कराया। इसके साथ ही टूरिज्म सर्वे अवार्ड में मुंस्यारी को बेस्ट माउंटेन डेस्टिनेशन का अवार्ड मिलने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान पर्यटन के प्रति राज्य सरकार की दूरगामी सोच और उत्तराखंड को बेहतर राज्य बनाने में जुटे हर जन को समर्पित है।
उन्होंने बताया कि आगामी चार धाम यात्रा के लिए प्रारंभ हुई पंजीकरण प्रक्रिया में अब तक लगभग 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पंजीकरण किए जा चुके हैं। इस बार चार तरह से पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। लोग ऑनलाइन, ऐप के द्वारा, ऑन कॉल और व्हाट्सएप के जरिए अपना पंजीकरण करवा सकेंगे। उन्होंने कहा, केवल तीन दिनों में इतना पंजीकरण होना अपने आप में ही विश्व रिकॉर्ड है तथा हम आशा करते हैं कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा अपने पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़ देगी। प्रशासन ने चार धाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की उचित स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की गई हैं जैसे डॉक्टरों और चिकित्सीय पेशेवरों की तैनाती, पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक वस्तुओं और दवाओं का भंडारण आदि, साथ ही यात्री सुविधाओं के विस्तार हेतु केदारनाथ व बद्रीनाथ धाम में चल रहे परियोजना कार्य की पूर्ति यात्रा प्रारंभ से पूर्व हो जाएगी।
उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखण्ड आने वाले यात्रियों के लिए शैव, शाक्त, वैष्णव, नवग्रह, गोल्जू, नरसिंह, गुरुद्वारा, हनुमान, नाग देवता, स्वामी विवेकानंद आदि धार्मिक सर्किटों का भी निर्माण किया है। श्रद्धालु इन धार्मिक स्थानों पर जाकर पूजा पाठ कर प्रश्नों का लाभ उठा सकते हैं।
महाराज ने बताया कि आगामी योग महोत्सव के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रदेश में 1 से 7 मार्च, 2023 तक योग और आध्यात्मिकता की अंतरराष्ट्रीय राजधानी ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2023 का आयोजन किया जा रहा है। योग महोत्सव में देश के प्रसिद्ध योग संस्थानों जैसे ईशा फाउंडेशन, आर्ट ऑफ लिविंग, कृष्णामाचारी योग मंदिरम, कैवल्यधाम, शिवानंद आश्रम आदि के योगाचार्य भाग लेंगे। इसमें देश विदेश से लोग हिस्सेदारी करेंगे। उन्होंने आगे कहा, योग महोत्सव में अधिक से अधिक विदेशी पर्यटकों का आगमन हो इसे सुनिश्चित करने के लिए पर्यटन विभाग ने टूर ऑपरेटर्स के लिए प्रोत्साहन योजना भी शुरू की हैप् हाल ही में हमने गुजरात के चार शहरों में पर्यटन से संबंधित रोडशो आयोजित किये जिन्हें भारी सफलता मिली। इसके परिणाम स्वरूप गुजरात से बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है। इसके अतिरिक्त रोडशो के दौरान हुई ठ2ठ मीटिंग के जरिए पर्यटन संबंधी कारोबार में भी भारी वृद्धि होने की उम्मीद है। आगे भी हम अलग अलग राज्यों में रोडशो की योजना बना रहे हैं”।
कल अनुबंधित हुए खरसाली से यमुनोत्री रोपवे परियोजना के बारे में बताते हुए श्री महाराज ने कहा कि आने वाले समय में श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए यमुनोत्री पहुंचना आसान हो जाएगा। खरसाली से यमुनोत्री धाम तक का यह रोपवे माँ यमुना के ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन धामों को एक साथ जोड़ने व उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाओं में एक और नये अध्याय का काम करेगा। इस रोपवे परियोजना के माध्यम से श्रद्धालुओं के अलावा आम पर्यटक को भी राज्य के अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य को करीब से देख आनंद का अनुभव कर पाएँगे। इस रोपवे परियोजना के पूरे होने से श्रद्धालुओं को सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही साथ रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।नई दिल्ली स्थित एक होटल में आयोजित पर्यटन शिखर सम्मेलन और पुरस्कार समारोह में केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल व प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अलावा हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्द्धन चैहान, पर्यटन सचिव अरविंद सिंह, चैयरमैन आरटीडीसी धर्मेंद्र राठौड़ व राज चेंगप्पा आदि मौजूद थे।