रुद्रपुर : केलाखेड़ा में गिरवी रखी जमीन की रंजिश में भतीजे ने ही बुआ जोगेंद्रो की हत्या की थी। कारतूस लाने को दिए रुपये हड़पने पर उन्होंने ससुर को भी मार डाला था। शवों को ठिकाने लगाने के लिए कुल्हाड़ी और चापड़ से कई टुकड़े कर नदी में बहा दिए थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त हथियार और कुछ मानव अंग बरामद किए हैं।एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने मंगलवार शाम पुलिस कार्यालय में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पांच जून की रात केलाखेड़ा के गांव रंपुराकाजी निवासी 45 वर्षीय जोगेंद्रो बाई लापता हो गई थी। छह जून को उनकी भांजी ने पुलिस को मामले की सूचना दी। सात जून को पुलिस ने गांव के नजदीक बह रही बौर नदी से दो पैर बरामद किए थे और कुछ देर बाद पुलिस को एक पंजा भी मिला था। परिजनों ने दोनों पैर जोगेंद्रो बाई के बताए।वहीं नदी से मिला पंजा जोगेंद्रो के एक रिश्तेदार नानकमत्ता निवासी गुरमीत का बताया गया। घटना के बाद पुलिस ने गांव के 12 से अधिक लोगों से पूछताछ की। करीब चार दिन तक चली सख्त पूछताछ के बाद पुलिस को आरोपियों के बारे में सुराग मिले। जोगेंद्रो के भतीजे धर्मेंद्र और गुरदेव सिंह ने दोनों की हत्या करने की बात कबूली। मृतक गुरमीत आरोपी गुरदेव का ससुर था। आरोपियों ने बताया कि उनकी बुआ गांव के करीब सभी लोगों को जरूरत पड़ने पर रुपये देती थी और बदले में उनकी जमीन गिरवी रखवा लेती थीं। उसके पास कई लोगों की जमीन गिरवी थी, जिस पर खेती कर वह रुपये कमाती थीं।
*जोगेंद्रो ने आरोपियों की करीब 15 एकड़ जमीन रखी थी गिरवी* :-
जोगेंद्रो ने आरोपियों की भी करीब 15 एकड़ जमीन गिरवी रखी है। इस कारण आरोपी अपनी बुआ से रंजिश रखते थे और उसे जान से मारने के लिए मौका खोज रहे थे। आरोपी गुरदेव का ससुर गुरमीत अक्सर रंपुराकाजी में उनके घर रहता था। घटना के करीब चार दिन पहले आरोपियों ने गुरमीत को बगल के गांव गुलाब का मजरा से कारतूस लाने के लिए तीन हजार रुपये दिए। कारतूस लाने के बजाय गुरमीत उन रुपयों से शराब पी गया। गुरमीत ने आरोपियों को न कारतूस दिए और न रुपये ही वापस किए।पांच जून की दोपहर को गुरमीत नदी के किनारे शराब पी रहा था। आरोपियों ने भी उसके साथ शराब पी और फिर उससे कारतूस मांगे। इस पर हुए विवाद पर आरोपियों ने गुरमीत के गले में पड़े गमछे से ही गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को एक झाड़ी के किनारे लगाकर आरोपी अपने घर आ गए। इसके बाद आरोपियों ने जोगेंद्रो की हत्या की साजिश रची और देर रात उसे जगा कर किसी बहाने से नदी के किनारे ले गए। वहां आरोपियों ने गला दबा कर उसकी भी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों शव पानी में डालकर करीब दो किमी दूर तक ले गए। वहां आरोपियों ने चापड़ और कुल्हाड़ी से दोनों शव के करीब दो दर्जन-दर्जन टुकड़े किए और पानी में बहा दिया।