महाराष्ट्र: महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। एनसीपी के बड़े नेता अजित पवार अपने 30 समर्थक विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। अजित पवार ने एक बार फिर पार्टी से बगावत करते हुए डिप्टी सीएम की शपथ ले ली है। अजित के साथ नौ मंत्रियों ने शिंदे सरकार में शपथ ली है। इन मंत्रियों में छगन भुजबल के साथ कई अन्य बड़े नेता भी हैं। इस शपथ ग्रहण समारोह में सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस भी शामिल रहे।
राहुल गांधी के साथ मंच साझा करने के शरद पवार के “एकतरफा” फैसले से थे नाराज
NCP नेता अजित पवार की बगावत के बाद कई बड़ी खबरे सामने आई है। एएनआई के सूत्रों के अनुसार, अजित के साथ शिंदे सरकार में शामिल हुए विधायक पटना में विपक्षी एकता बैठक में राहुल गांधी के साथ मंच साझा करने और उन्हें सहयोग करने के शरद पवार के “एकतरफा” फैसले से नाराज थे। वहीं महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने दावा किया है कि एनसीपी के सभी विधायकों ने महाराष्ट्र की एनडीए सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है।
सीट बंटवारे के लिए पर्याप्त समय
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि कैबिनेट में सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय है। हम महाराष्ट्र के विकास के लिए एक साथ आए हैं। सीएम ने कहा कि विपक्ष को लोकसभा चुनाव में 5 सीटें मिली थीं, इस बार वे इन सीटों को भी हासिल नहीं कर पाएंगे।
अब ट्रिपल इंजन की बनी सरकार : शिंदे
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने एनसीपी नेताओं के शपथ ग्रहण समारोह के बाद कहा कि अब महाराष्ट्र में 1 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा, डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है। महाराष्ट्र के विकास के लिए मैं अजीत पवार और उनके नेताओं का स्वागत करता हूं।
NCP के 9 विधायक बने मंत्री
एनसीपी के कुल नौ विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली। इन विधायकों में अजित पवार, छगन भुजबल, दिलीप पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धर्माराव, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे और अनिल पाटिल शामिल हैं।