काशीपुर में आगामी 22 मार्च से लगने वाले उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मेलों में शुमार काशीपुर के चैती मेले के लिए तैयारियो की शुरुआत करते हुए मेले के लिए टेंडर की प्रक्रिया सम्पन्न की गई। इस दौरान सभी ठेके कुल 3 करोड़ 46 लाख 79 हजार 255 रुपये के छूटे, जबकि पिछले वर्ष टेंडर प्रक्रिया में 2 करोड़ 27 लाख 78 हजार 275 रुपये के टेंडर हुए थे। टेंडर प्रकिया पूरी होने के साथ ही मंदिर की रंगाई- पुताई का काम शुरू किया जा रहा है। मेला आयोजन के निर्णय से व्यापारियों में खुशी की लहर है।आपको बताते चलें कि आज काशीपुर उप जिलाधिकारी कार्यालय में चैती मेले की विभिन्न निविदाओं को खोला गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार देर शाम काशीपुर उप जिलाधिकारी कार्यालय में उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह की देखरेख में चैती मेला में लगने वाले झूले तमाशे और सर्कस, बिजली व साउंड व्यवस्था, पार्किंग की व्यवस्था और दुकानों की स्थापना तथा तहबाजारी की निविदाएं खोली गई। इस बार सर्वाधिक बोली जसपुर के साईं ट्रेडर्स के द्वारा 1 करोड़ 53 लाख 55 हजार 553 रुपए दुकानों की व्यवस्था के लिए लगाई गई, जिस वजह से दुकानों की व्यवस्था का टेंडर स्वीकृत किया गया। उसके उपरांत पार्किंग हेतु सरिता गुप्ता द्वारा सर्वाधिक 11 लाख रुपये की बोली लगाए जाने पर निविदा उनके नाम छूटी। झूले तमाशे व सर्कस की निविदा में सर्वाधिक बोली आयुष एंटरप्राइजेज द्वारा 1 करोड़ 46 लाख 51 हजार 151 रुपये की लगाई गई। सर्वाधिक बोली लगाने पर निविदा उनके नाम छूट गई। बिजली एवम साउंड के लिये खोली गई निविदा में सर्वाधिक बोली अग्निहोत्री ड्रीम लेंड द्वारा 13 लाख 61 हजार 551 रुपये की सर्वाधिक बोली लगाई गई। जिसके बाद उनके नाम ठेका दिया गया। तहबाजारी के ठेके के लिए सर्वाधिक बोली नैना अग्रवाल द्वारा 22 लाख 11 हजार की लगाई गई। टेंट एन्ड वेरिकेटिंग में मात्र दो टेंडर मिलने के कारण निविदा को दोबारा करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए काशीपुर के उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने कहा कि इस बार कुल 6 व्यवस्थाओं के टेंडर किए गए थे। जिनमें से 5 की टेंडर खोल दिए गए जबकि टेंट एवं बैरिकेडिंग में मात्र 2 टेंडर मिलने के कारण निविदा को दोबारा करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 2 करोड़ 27 लाख 78 हजार 275 रुपए का टेंडर हुआ था जबकि इस वर्ष 3 करोड़ 46 लाख 79 हजार 255 रुपए के टेंडर किये गए। बीते वर्ष की तुलना में राजस्व में एक करोड़ 19 लाख ₹980 की बढ़ोतरी हुई है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर मेले में इस बार बीते वर्षो की तुलना में 20 सीसीटीवी कैमरे अधिक लगाए गए हैं साथ ही कोशिश यह की जा रही है कि मेले का कोई भी को न ऐसा न छूटे जहां सीसीटीवी कैमरा न हो। बीते वर्ष मेले में 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे इस बार इन्हें बढ़ाकर 80 कर दिया गया है। टेंडर प्रक्रिया के दौरान उपजिलाधिकारी और मेलाधिकारी अभय प्रताप सिंह के साथ ही तहसीलदार युसूफ अली, सहायक अभियंता लोनिवि काशीपुर बलबंत सिंह भंडारी, नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त यशवीर सिंह राठी, उप कोषाधिकारी विनोद कुमार भी मौजूद रहे।
लूट है अबकी बार, कैसे दुकान लगाए बहुत पैसा मांगा जा रहा है