नई दिल्ली।बालासोर के अस्पताल में रेल हादसे के घायलों से मिलने के बाद पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हादसे के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें सख्स से सख्त सजा दी जाएगी. इससे पहले प्रधानमंत्री ने घटनास्थल का भी दौरा किया जहां उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेेशन का जायजा लिया.
ओडिशा के बालासोर में कल शाम तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर में 288 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक घायल हो गए. अभी मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है. यह घटना तब हुई जब एक यात्री ट्रेन, (Passenger Train) कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस, पटरी से उतर गई और एक मालगाड़ी से टकरा गई, और एक अन्य ट्रेन, यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट, पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई. हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है, और माना जाता है कि कई लोग मलबे में फंसे हुए हैं.
भारतीय रेलवे के कार्यकारी निदेशक अमिताभ शर्मा ने एएफपी को बताया, “दुर्घटना में दो यात्री ट्रेनों की सक्रिय भागीदारी थी, जबकि तीसरी ट्रेन, एक मालगाड़ी थी, जो साइट पर खड़ी थी, भी दुर्घटना में शामिल है.” देश की सबसे घातक ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक शाम 7 बजे के आसपास हुई, जब कई यात्री सो रहे थे. चेन्नई जा रही कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस कथित तौर पर पटरी से उतर गई और एक मालगाड़ी से टकरा गई, जिसके बाद कई डिब्बे पलट गए.डिब्बों से टकरा गई. टक्कर के वक्त दोनों ट्रेनें तेज गति से चल रही थीं. अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम 6 बजकर 50 मिनट से 7 बजकर 10 मिनट के बीच कुछ ही मिनटों में भीषण त्रासदी हुई.
संभावित परिचालन विफलता पर सवालों के बीच रेलवे ने जांच के आदेश दिए हैं. बचाव अभियान रात भर जारी रहा क्योंकि श्रमिकों और स्थानीय लोगों ने क्षतिग्रस्त मलबे से शवों और जीवित बचे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की. इसके बाद में एनडीआरएफ के जवान और सेना के जवान मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया.