गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज के नेहरू अस्पताल में गुरुवार रात मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड नंबर 14 में शार्ट सर्किट से आग लग गई। देखते-देखते पूरे वार्ड में धुआं फैल गया। रोगियों और तीमारदारों में दहशत फैलने से भगदड़ मच गई। आननफानन बिजली काटकर बचाव कार्य शुरू किया गया। अग्निशमन विभाग व यंत्रों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन इसके बाद भी वार्ड में धुआं भरा था। लाइट चालू कराकर वार्ड के अंदर जांच की गई तो चार मरीज फंसे मिले, जिसमें सांस के एक रोगी की दम घुटने से मौत हो चुकी थी।
जानकारी के हिसाब से जाने क्या है पूरा मामला
वार्ड नंबर 14 के शौचालय की तरफ लगे विद्युत बोर्ड में रात 10 बजे धुआं उठने लगा। रोगियों के तीमारदारों ने पहले उसे बुझाने का प्रयास किया, लेकिन जब आग बढ़ने लगी तो इसकी सूचना रेजिडेंट डाक्टरों को देकर अपने रोगियों को लेकर भागने लगे। दो-चार लोगों को भागते देख सभी तीमारदार अपने रोगियों को लेकर भागने लगे। थोड़ी ही देर में पूरे परिसर में सनसनी फैल गई। प्रबंधन तत्काल सक्रिय हो गया और 15 मिनट के अंदर बिजली काट दी गई।
मरीजों में मची चीख- पुकारअफरातफरी के बीच
मरीज भागने लगे और चीख-पुकार मच गई। 14 नंबर वार्ड के साथ ही अगल-बगल के 11 व 12 नंबर वार्ड के रोगी व उनके तीमारदार भागने लगे। वार्ड नंबर दाे में बर्न व प्लास्टिक सर्जरी के रोगी भर्ती थे। देखते-देखते ये सभी वार्ड खाली हो गए। रात लगभग 12 बजे सर्जन डा. अशोक यादव के नेतृत्व में कालेज स्टाफ ने वार्ड की लाइट जलवाकर भीतर जांच की तो चार मरीज फंसे मिले, जिसमें खजनी के खजुरी गांव के अखंड प्रताप सिंंह की दम घुटने से मृत्यु हो चुकी थी। उन्हें सांस की समस्या थी। अन्य मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
अधिकारी बोले
शार्ट सर्किट से आग लगी है। रोगियों को दूर के वार्डों में शिफ्ट कर दिया गया है। अस्पताल में धुआं होने की वजह से अभी नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है।
-डा. राजेश कुमार राय, प्रमुख अधीक्षक, नेहरू अस्पताल, बीआरडी मेडिकल कालेज