दुनिया के सामने अज्ञात बीमारी का खतरा:Disease X जिसे माना जा रहा है कॉविड-19 से भी ज्यादा खतरनाक पढ़े पूरी खबर…

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Disease X एक बार फिर से चर्चा में है ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञ और एक पूर्व पत्रकार की साझा किताब ने दुनिया को इस नए खतरे से आगाह किया है. इस किताब में बताया गया है कि दुनिया इस वक्त अगली महामारी के लिए तैयार नहीं है. किताब में कहा गया है कि, धरती पर करोड़ों वायरस घूम रहे हैं, जिनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. किताब का दावा है कि जैसे एक दशक पहले स्पैनिश फ्लू ने कई लोगों की जान ली थी, उसी तरह अगली महामारी 5 करोड़ लोगों की जान ले सकती है।
दुनिया के सामने अज्ञात बीमारी का खतरा:


Disease X क्या है?
WHO ने क्या कहा?
Disease X के लिए क्या तैयारियां करनी होंगी?


विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी इस पर ध्यान दिया है और अपनी वेबसाइट पर डिजीज एक्स को ‘प्राथमिकता वाली बीमारियों’ की सूची में शामिल किया है. वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने अज्ञात बीमारी को कोविड-19, इबोला, लासा बुखार, मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम (एमईआरएस), निपाह और जीका के बीच वर्गीकृत किया है, जिसके प्रकोप के दौरान पहले से ही व्यापक मौतें हुई हैं।

Disease X क्या है?

डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट के अनुसार, यह शब्द “इस ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है कि एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय महामारी मानव रोग का कारण बनने वाले वर्तमान अज्ञात रोगजनक़ के कारण हो सकती है. यूके वैक्सीन टास्क फोर्स की पूर्व चेयरमेन, केट बिंघम और पूर्व पत्रकार व राजनीतिक सलाहकार टिम हेम्स की मिलकर लिखी हुई किताब “दी नेक्स्ट किलर: हाऊ टू स्टॉप दी नेक्स्ट पैंडेमिक बिफोर इट स्टार्ट्स” में डिज़ीज़-एक्स का जिक्र है. डेली मेल में प्रकाशित किताब के एक हिस्से में बताया गया है कि कैसे वायरस पृथ्वी पर सबसे प्रचुर और विविध जीवन रूप हैं, और उनमें से कितने मनुष्यों के लिए खतरा पैदा करते हैं।

WHO ने क्या कहा ?

लैंसेट ने कहा कि WHO ने औपचारिक रूप से 2018 में इस शब्द का उपयोग शुरू किया, जो महामारी क्षमता की अगली अज्ञात बीमारी का प्रतिनिधित्व करता है. विशेषज्ञों ने उस अगले रोगजनक की पहचान करने के लिए अनुसंधान का आह्वान किया है जो एक और महामारी का कारण बन सकता है. वैश्विक स्वास्थ्य निकाय वैक्सीन बनाने के लिए अनुकूलन योग्य फॉर्मूला विकसित करने में वैज्ञानिकों के साथ काम कर रहा है. जब कोई प्रकोप होता है, तो वे बीमारी का कारण बनने वाले वायरस के अद्वितीय आनुवंशिकी को अनुक्रमित कर सकते हैं और एक नया वैक्सीन बनाने के लिए पहले से विकसित प्लेटफ़ॉर्म में सही अनुक्रम प्लग कर सकते हैं ।

आर एंड डी ब्लूप्रिंट का जन्म पश्चिम अफ्रीका में इबोला आपातकाल के परिणामस्वरूप हुआ था जो मार्च 2014 में शुरू हुआ था. अगस्त में, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) ने कहा कि वह वायरस की एक नई, अत्यधिक उत्परिवर्तित वंशावली पर नज़र रख रहा है जो कोविड-19 का कारण बनता है. सीडीसी ने कहा कि वंशावली का नाम BA.2.86 है और यह संयुक्त राज्य अमेरिका, डेनमार्क और इज़राइल में पाया गया है. बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के कारण WHO ने पहले ही BA.2.86 को “निगरानी के तहत संस्करण” के रूप में वर्गीकृत किया है।

Disease X के लिए क्या तैयारियां करनी होंगी ?

कोविड-19 महामारी ने दुनियाभर में करीब दो करोड़ लोगों की जान ले ली लेकिन किताब के लेखकों का कहना है कि इससे खतरनाक महामारी आ सकती है. उन्होंने बताया कि इबोला, बर्ड फ्लू और MERS जैसे अन्य वायरस की तुलना में कोविड-19 की मृत्यु दर काफी कम थी. अगली महामारी के लिए हम अपने भाग्य पर निर्भर नहीं रह सकते, क्योंकि अगली महामारी और ज्यादा खतरनाक होगी।किताब में ये भी बताया गया है कि, कोविड-19 से ज्यादातर लोग रिकवर हो गए थे. हालांरि, इबोला की मृत्यु दर 67% है, वहीं बर्ड फ्लू की 60 और MERS की 34 प्रतिशत है. भविष्य में आने वाली महामारियों से बचने के लिए वैक्सीन और इलाज पर रिसर्च होना जरूरी है. साथ ही हेल्थ सिस्टम और निगरानी को मजबूत करना होगा. अगली महामारी कब आएगी इसकी तारीख आज तय नहीं की जा सकती, लेकिन इसका सामना करने के लिए हम पहले से तैयारी शुरू जरूर कर सकते हैं।

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