प्रयागराज– निठारी केस में हाईकोर्ट से बहुत बड़ी खबर, सुरेंद्र कोली 12 मामलों में निर्दोष पाया गया
➡सुरेंद्र कोली को ट्रायल कोर्ट ने फांसी की सजा दी थी
➡हाईकोर्ट ने 12 मामलों में निर्दोष करार दिया
➡मोनिंदर सिंह पंढेर भी 2 मामलों में सजा मुक्त
➡मोनिंदर सिंह पंढेर की भी कोर्ट ने निर्दोष करार दिया
➡ट्रायल कोर्ट ने 2 मामलो में पंढेर को फांसी की सजा दी थी.
नोएडा- देश व दुनिया सुर्खियां बटोरने वाले निठारी कांड को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी ख़बर आई है । CBI की विशेष अदालत द्वारा निठारी कांड में शामिल मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली की फांसी की सजा पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। CBI के फैसले के खिलाफ मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसे अदालत ने स्वीकार किया और फिलहाल दोनों की फांसी की सजा पर रोक लगा दी है।
2006 में हर जुबान पर था निठारी का चर्चित कांड
नोएडा के सेक्टर 30 में ग्राम निठारी में कोठी नंबर डी 5 में रहने वाले उद्योगपति मोनिंदर सिंह पंढेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोली को महिलाओं और मासूम बच्चियों के साथ रेप के बाद उनकी हत्या कर शव के टुकड़े- टुकड़े करके नाले में फेंक दिए थे और कोठी में ही दफन कर दिया था इस कांड ने देश समेट पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। पूरे मामले की जांच CBI ने की थी।
गजियाबाद सीबीआई कोर्ट ने सुनाई थी फांसी की सजा
इस मामले में नोएडा पुलिस द्वारा पकड़े गए मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को गाजियाबाद की सीबीआई अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी। बता दे साल 2006 से दोनों गाजियाबाद की डासना जेल में बंद हैं। सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर ने सीबीआई के फैसले को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें दोनों के द्वारा कहा गया था कि उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत हैं। हाईकोर्ट ने दोनों की याचिका को स्वीकार करते हुए फिलहाल फांसी की सजा पर रोक लगा दी है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निठारी कांड के आरोपी मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को बरी करने का आदेश दिया है.
इसके साथ ही दोनों को मिली फांसी की सजा भी रद्द कर दी गई है. निठारी कांड में मुख्य अभियुक्त सुरेंद्र कोली और एक अन्य अभियुक्त मोनिंदर सिंह पंढेर को एक निचली अदालत ने फांसी की सज़ा सुनाई थी।बता दें कि 29 दिसंबर, 2006 को गौतम बुद्ध नगर के निठारी इलाके में मोनिंदर सिंह पंढेर की कोठी के पीछे स्थित नाले से 19 कंकाल बरामद किए गए थे. इस मामले में कोली और पंढेर को नोएडा की पुलिस ने गिरफ्तार किया था बाद में इस मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया गया था।